हाईलाइट
• कांग्रेस ने की मध्यप्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग
• कमलनाथ बोले- ऐसा राज्य जहां स्वास्थ्य मंत्री नहीं
भोपाल: मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने कहा राहुल गांधी ने इस गंभीर बीमारी को लेकर काफी पहले ही चिंता जाहिर की थी। केंद्र सरकार ने इसकी गंभीरता को समझने में लंबा समय लगा दिया और 40 दिनों के बड़े अंतर के बाद लॉकडाउन जैसा महत्वपूर्ण फैसला लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा मध्यप्रदेश के लोगों को बेवकूफ बना रही है, क्योंकि इतने गंभीर संकट में भी राज्य में न कोई मंत्रिमंडल है, न ही कोई स्वास्थ्य मंत्री, ना ही गृह मंत्री है। कमलनाथ वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
कोरोना पर पूर्व सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में जो आंकड़े हैं, वह सिर्फ शहरी क्षेत्र हैं। लेकिन मध्यप्रदेश में भारी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पहुंचे हैं। उनकी जांच नहीं हुई। मध्यप्रदेश में सरकार बनने के बाद ही केंद्र की सरकार एक्टिव हुई है। प्रदेश में न तो गृह मंत्री हैं और न स्वास्थ्य मंत्री हैं। ऐसे में आप प्रदेश की हालात को समझ सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा विभिन्न राज्य विधानसभाओं को कोरोना के कारण स्थगित किया गया था, लेकिन हमारी सरकार चली जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए संसद चलती रही। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में हमने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जांच के लिए कुछ निर्णय लिए थे। हमने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कदम उठाए थे। आठ मार्च को शॉपिंग मॉल, स्कूलों आदि को बंद करने का आदेश दिया था।