नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन इसके कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. विशेषज्ञों के अनुसार , भारत को कोविड-19 के सामुदायिक स्तर पर फैलने के जोखिम का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि देश में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन (तीसरा चरण) पहले ही शुरू हो चुका है। देश में लॉकडाउन का पांचवां चरण शुरू हो गया.
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में संक्रमण बढ़ने की जताई चिंता
पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वालों में स्वास्थ्य मंत्रालय के पूर्व सलाहकार, एम्स, बीएचयू, जेएनयू के पूर्व और मौजूदा प्रोफेसर के अलावा कोरोना पर गठित कमेटी के प्रमुख डॉ डीसीएस रेड्डी ने भी हस्ताक्षर किया है. जिससे सरकार की एक बार फिर किरकिरी हो सकती है. इस पत्र में लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार के लागू करने के फैसले पर ही सवाल उठाया है. इन लोगों ने आश्चर्य जताया कि लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार ने विशेषज्ञों से राय लेना भी उचित नहीं समझा. जिसका नतीजा रहा कि प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजे जाने के फैसले में देरी हो गई है. जिससे गांव लौट रहे इन प्रवासी मजदूरों के कारण कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा अब सामने दिखने लगा है. उधऱ आज लॉकडाउन 5 सिर्फ हॉटस्पॉट वाले इलाके में ही लागू रहेगा. इसके अलावा अनेक गतिविधि आज से शुरु हो जाएगी।
भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के संभावित सबूत पहले भी मिले थे. अप्रैल महीने में भारत की मेडिकल रिसर्च संस्था आईसीएमआर ने इस ओर इशारा किया था. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने तब इसे नजरअंदाज कर दिया था. अप्रैल महीने में कोरोना महामारी पर निगरानी के लिए नेशनल टास्क फोर्स ने एक कमेटी गठित की थी.
कोरोना पर काबू कर पाना संभव?
विशेषज्ञों ने देश में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा भी जाहिर कर दिया है. इसे रोकने के लिए बने नेशनल टास्क फोर्स के विशेषज्ञों ने पत्र लिखकर पीएम मोदी को कहा है कि भारत के कई जोन में अब कोरोना का सामुदायिक संक्रमण हो रहा है, इसलिए ये मानना गलत होगा कि मौजूदा हाल में कोरोना पर काबू कर पाना संभव होगा.
आईसीएमआर ने 24 घंटे में एक लाख से ज्यादा नमूनों का किया परीक्षण
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा कि अब तक कुल 38,37,207 नमूनों का परीक्षण किया गया है, जिनमें से पिछले 24 घंटे में 1,00,180 नमूनों का परीक्षण किया गया।
देश में अभी कोरोना वायरस के 93 हजार 322 एक्टिव केस हैं. अब तक 5 हजार 394 मरीजों की जान गई है और 91 हजार 818 लोग डिस्चार्ज हुए हैं.